Counseling and Guidance Committee
5.1.2 Average percentage of students benefited by career counseling and guidance for competitive examinations offered by the Institution during the last five years (10) | |||
Year | Name of the Activity conducted by the HEI to offer guidance for competitive examinations & career counseling offered by the institution during the last five years | Number of students attended / participated | Link to the relevant document |
2016-17 | 1- Guidance for Selecting Suitable Employment. 2- Guidelines for various competitive exams. 3- Interview preparation for various jobs. |
20 | Link |
2017-18 | 35 | ||
2018-19 | 16 | ||
2019-20 | 25 |
हिन्दी विभाग द्वारा विद्यार्थियों के बहुआयामी उन्नयन हेतु आयोजित साहित्यिक - सांस्कृतिक कार्यक्रम : (2016 से 2019)
क्रम | वर्ष एवं तिथि | कार्यक्रम का नाम | व्याख्यान/कार्यक्रम का शीर्षक | मुख्य वक्तव्य एव अतिथि |
1 | 07/07/2017 | बुन्देली महोत्सव एवं लोकार्पण समारोह | बुन्देली महोत्सव एवं लोकार्पण समारोह | प्रो. आर.पी. तिवारी (कुलपति) एवं बुन्देली भाषा के कवि एवं लेखक |
2 | 13/09/2017 | हिन्दी विभाग एवं अजीम प्रेमजी फाउन्डेशन का संयुक्त आयोजन | हिन्दी में लोकतांत्रिक संवाद की सम्भावना | प्रो.मनोज कुमार, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन, बैगलोर |
3 | 15/09/2017 | हिन्दी दिवस कार्यक्रम | मातृभाषा में शिक्षा शिक्षा की आवश्यकता | श्री अतुल कोठारी, शिक्षा संस्कृति न्यास, नई दिल्ली |
4 | 20/09/2017 | पं. दीनदयाल उपाध्याय जयंती | पंडित दीनदयाल उपाध्याय का व्यावहारिक एकात्मक दर्शन | श्री मुकुल कानिटकर, भारतीय शिक्षा मंडल |
5 | 28/02/2019 | भारतीय भाषा चिंतन की परम्परा | भारतीय भाषा चिंतन की परम्परा | प्रो. त्रिभुवननाथ शुक्ल, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर |
6 | 21/02/2019 | मातृभाषा दिवस | मानविद्यार्थियों के चतुर्दिक विकास मातृभाषा का महत्व | प्रो.वेदप्रकाश दुबे, पूर्व राजभाषा अधिकारी, दिल्ली |
7 | 25/09/2019 | साहित्यिक कार्यक्रम | एकात्म मानववाद | प्रो. अम्बिकादत्त शर्मा,प्रख्यात दर्शनशास्त्री एवं चिन्तक |
8 | 28/02/2020 | सांस्कृतिक- साहित्यिक कार्यक्रम | काव्य -पाठ और संवाद | डॉ. मोतीलाल, प्रसिद्ध कवि एवं लेखक, रीवा |
9 | 17/03/2021 | सांस्कृतिक- साहित्यिक कार्यक्रम | आज के समय में गाँधी | श्री प्रियंवद, प्रख्यात लेखक, संपादक - अकार |