आंतरिक शिकायत समिति (महिला प्रकोष्ठ) - आईसीसी
सरकार के निर्देशों के अनुसार, एक आंतरिक शिकायत समिति (ICC) लैंगिक समानता वाला समाज प्रदान करने की दिशा में काम कर रही है। समिति के सदस्य हैं:
- निवेदिता मैत्रा - पीठासीन अधिकारी
- पी.पी. सिंह - सदस्य
- सविता गुप्ता - सदस्य
- संध्या पटेल - सदस्य
- मीना पिंपलपुरे - सदस्य
- अनुपमा पंडित सक्सेना - सदस्य
- श्री सतीश कुमार - सदस्य
विश्वविद्यालय की छात्राओं, शिक्षिकाओं और कामकाजी महिलाओं में जागरूकता पैदा करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय में जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं। समिति विश्वविद्यालय की छात्राओं और कामकाजी महिलाओं में जागरूकता पैदा करने के लिए परामर्श भी देती है। समिति द्वारा महिला अधिकारों और यौन उत्पीड़न के दायरे में आने वाले मुद्दों के बारे में संदेश फैलाने के लिए कई जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। 8 मार्च से एचआरडीसी सागर के सहयोग से लिंग संवेदीकरण पर एक सप्ताह का कार्यक्रम आयोजित किया गया। माननीय कुलपति ने समारोह की अध्यक्षता की।
जेंडर चैम्पियंस कार्यक्रम पर रिपोर्ट
हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर, म.प्र.
2015-20
विश्वविद्यालय द्वारा लिंग चैंपियंस के लिए आयोजित गतिविधियाँ
- नोडल शिक्षक 24.8.15 को जेंडर चैंपियंस के लिए नियुक्ति की गई।
डॉ. अनुपमा कौशिक, एसोसिएट प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान एवं लोक प्रशासन विभाग, डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर
- जेंडर चैम्पियन के रूप में चयन हेतु आवेदन करने हेतु छात्रों को दिनांक 26-08-2015 को नोटिस प्रसारित किया गया।
- यूजीसी के निर्देशानुसार जेंडर चैंपियंस का चयन करने तथा विभिन्न गतिविधियों के अनुमोदन के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की मंजूरी के लिए दिनांक 26-08-2015 की नोटशीट कुलपति को भेजी गई। 02-09-2015 को मंजूरी प्राप्त हुई।
- जेंडर चैंपियंस के चयन के लिए स्क्रीनिंग समिति की बैठक 16 अक्टूबर 2015 को हुई। पच्चीस जेंडर चैम्पियन चुने गए। लिंग चैंपियंस की सूची संलग्नक क्रमांक 1 पर संलग्न है
- 28-29 जनवरी 2016 को जेंडर चैंपियंस के लिए एक प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें 23 जेंडर चैम्पियंस ने भाग लिया।. लैंगिक समानता पर प्रशिक्षण एक गैर सरकारी संगठन के दो संसाधन व्यक्तियों द्वारा दिया गया था भोपाल से एक्शन एड इंडिया – सुश्री सारिका और सुश्री अनामिका रॉय। प्रशिक्षण कार्यक्रम में संसाधन व्यक्तियों ने निम्नलिखित मुद्दों और विषयों पर चर्चा की – लिंग क्या है?; लिंग और लिंग के बीच अंतर; लिंग भूमिकाएँ; लिंग और श्रम विभाजन; पितृसत्ता को समझना; पितृसत्ता की उत्पत्ति; पितृसत्तात्मक व्यवस्था और नियंत्रण; पितृसत्तात्मक संस्थाएँ; नारीत्व, पुरुषत्व, कामुकता; नारीवाद क्या है?; नारीवाद के रूप; महिलाओं के विरुद्ध हिंसा; सार्वजनिक और निजी क्षेत्र में हिंसा को संबोधित करने के लिए कानूनी प्रावधान- 1. घरेलू हिंसा अधिनियम 2005, 2. आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम 2013, 3. कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2013 और विस्तृत कार्य योजना। संलग्नक क्रमांक 1
- ‘भारत में लिंग, शक्ति, पितृसत्ता और महिलाओं की स्थिति’ पर राष्ट्रीय संगोष्ठी 25-02-2016 और 26-02-2016 को आयोजित किया गया था जिसमें कुछ जेंडर चैंपियंस सहित कई छात्रों ने भाग लिया।
- 8 मार्च 2016 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर लैंगिक समानता विषय पर एक पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई।
- 8 मार्च 2016 को लैंगिक समानता विषय पर एक समूह चर्चा का आयोजन किया गया।
- 8 मार्च 2016 को छात्रों के लिए हिंदू कोड बिल पर एक डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। स्क्रीनिंग के बाद हिंदू कानून में लैंगिक समानता से संबंधित सुधार विषय पर चर्चा हुई।
- इस अवसर पर निल बटे सन्नाटा की स्क्रीनिंग “शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस”, on 10.11.2016.
- 5.12.2016 को एन.एच.आर.सी. द्वारा प्रायोजित मानव अधिकारों पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम।
- 7.2.2017 को लिंग संवेदीकरण पर बरकतउल्ला विश्वविद्यालय की महिला अध्ययन विभागाध्यक्ष प्रो. आशा शुक्ला द्वारा व्याख्यान।
- 2.2017 को महिला सशक्तिकरण पर कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, सागर की राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. संगीता मुखर्जी का व्याख्यान।
- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दिनांक 6.3.17 को फिल्म पिंक का प्रदर्शन, तत्पश्चात चर्चा।
- 30.8.2017 को प्रोफेसर संजय श्रीवास्तव (बीएचयू) द्वारा ‘महिलाएं और शांति’ (2017-18) पर व्याख्यान।
- 6.9.2017 को प्रोफेसर चंद्रकला पाडिया (बीएचयू) द्वारा ‘मानविकी और सामाजिक विज्ञान के समक्ष नारीवादी चुनौतियां (2017-18)’ विषय पर व्याख्यान।
- भारत सरकार की 'स्वच्छता ही सेवा' पहल और गांधी जयंती के तहत 29.9.17 को 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' प्रदर्शित की गई।
- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जेंडर चैंपियन कार्यक्रम के तहत 9.3.18 को पैडमैन का प्रदर्शन किया गया। 28.9.18 को राजनीति विज्ञान एवं लोक प्रशासन विभाग में फिल्म- 'परमाणु- द स्टोरी ऑफ पोखरण 1998' का प्रदर्शन कर पराक्रम दिवस मनाया गया।
- 31.10.18 को फिल्म 'राज़ी' दिखाई गई, जो पाकिस्तान में भारतीय महिला जासूस की कहानी है। स्क्रीनिंग के बाद चर्चा हुई।
- राजनीति विज्ञान एवं लोक प्रशासन विभाग में दिनांक 15.1.19 को जेंडर चैंपियन कार्यक्रम के अंतर्गत समन्वयक के रूप में 'लैंगिक समानता हेतु मेरा योगदान' विषय पर व्याख्यान प्रतियोगिता। सूचना क्रमांक/आर/170/राज विग/2018-19 दिनांक 15.1.19।
- दिनांक 18.1.19 को राजनीति विज्ञान एवं लोक प्रशासन विभाग में जेंडर चैंपियन कार्यक्रम के अंतर्गत समन्वयक के रूप में ‘क्या भारत में कानून के माध्यम से लैंगिक समानता लाना संभव है?’ विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता। सूचना क्रमांक/आर/169/राज विग/2018-19 दिनांक 15.1.19।
- दिनांक 4.2.19 को हलाला और तीन तलाक पर आधारित लघु फिल्म ‘मियाँ कल आना’ प्रदर्शित की गई।
- 1.2.2019 को सामुदायिक पहचान या लेंगिक सामंता: मुस्लिम महिलाओं की दुविधा पर प्रोफेसर अनुपमा कौशिक (डीएचएसजीवीवी) द्वारा व्याख्यान (2018-19)
- 25.2.2020 को झाँसी की महारानी लक्ष्मी बाई की कहानी मणिकर्णिका प्रदर्शित की गई।
समन्वयक/नोडल शिक्षक: प्रोफेसर अनुपमा कौशिक,
राजनीति विज्ञान और लोक प्रशासन विभागाध्यक्ष
डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय
सागर
मोबाइल नंबर: 9575456935
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